TRP Means- टीआरपी का क्या अर्थ होता है
आप सभी लोग टीवी को जरूर देखते होंगे . और उस टीवी में अपने मनपसंद सीरियल या कोई प्रोग्राम जरूर देखते होंगे . आजकल बहुत सारे चैनल आ गए है जैसे- सोनी टीवी,कलर्स ,स्टार प्लस, B4U आदि . लेकिन हर कोई अपने अपने पसंद के चैनल को देखते होंगे . सभी अपने मनपसंद धारावाहिक या कोई मनपसंद प्रोग्राम के लिए अलग अलग चैनल को देखता होगा . और कोई प्रोग्राम तो सेलिब्रिटी को लेकर भी हिट हो जाता है जैसे-बिग बी तथा केबीसी आदि .
इन प्रोग्राम में होस्ट करने वाला पर ही यह प्रोग्राम निर्भर करता है . जैसे सलमान खान बिग बी को होस्ट करता है तो ये प्रोग्राम सभी दर्शक के लिए फेवरेट होगा तो काफी लोग इस चैनल को देखता होगा जिस पर बिग बॉस प्रोग्राम आता है . सोनी टीवी पर केबीसी प्रोग्राम आता है जिसे अभिताभ बच्चन होस्ट करता है इसलिए इस प्रोग्राम के बहुत दर्शक होंगे .
लेकिन आपने कभी टीआरपी के बारे में सुना है . ये टीआरपी [TRP]क्या होता है . आइए जानने की कोशिश करते है की ये टीआरपी क्या है इसका मतलब क्या होता है .
टीआरपी [TRP] का फुल फॉर्म क्या है
टीआरपी का फुल फॉर्म होता है टेलीविजन रेटिंग पॉइंट (Television Rating Point)
टीआरपी क्या है समझें पूरी विस्तार से
टीआरपी का फुल फॉर्म है टेलेविज़न रेटिंग पॉइंट . और इससे किसी चैनल की लोकप्रियता जानी जाती है . इससे यह पता लगता है की कौन सी चैनल दर्शक द्वारा कितनी देखी जाती है . अगर आप जानना चाहते है की कौन सी चैनल दर्शक द्वारा ज्यादा पसंद किया जाता है तो उसके लिए आपको उसका टीआरपी जानना होगा . जिस चैनल या प्रोग्राम की TRP Rating ज्यादा होगी वह चैनल या प्रोग्राम ज्यादा दर्शक द्वारा पसंद किया जाता है . इसका साफ़ मतलब यह होता है की दर्शक उस प्रोग्राम को ज्यादा देख रहे है . विज्ञापनदाता और इन्वेस्टर के लिए यह अच्छी बात है . क्योकि उन पता लग जाता है की उसे कहाँ विज्ञापन देना है और कहाँ पर अपना पैसा इन्वेस्ट करना है .
TRP की गणना कैसे की जाती है
दोस्तों आपने अभी तक समझ ही गए होंगे की टीआरपी क्या है . अब ये जानना है की कैसे कोई चैनल की टीआरपी की माप की जाती है .
टीआरपी की एक्चुअल गणना करना बहुत मुश्किल है . क्योकि लाखों घरों में लाखों लोग अपने पसंद के शो देख रहे होते है . ऐसी स्थिति में केवल अनुमान लगाया जाता है . आइए समझते है इस प्रक्रिया को . कुछ हजार दर्शकों को न्याय और नमूने के रूप में सर्वे किया जाता है और उन्ही सर्वे के आधार पर सरे दर्शक मान लिया जाता है .
और टीआरपी मापने का दूसरा तरीका है पीपलस मीटर Specific Frequency के द्वारा ये पता लगाता है कि कौन सा प्रोग्राम या शो कितनी बार देखा जा रहा है. इस उपकरण को कुछ हजार घरों में फिट किया जाता है .
पढ़ें-विश्व सांख्यिकी दिवस
निम्न तरीके से किसी भी चैनल का टीआरपी का मापा जाता है –
- विशेष स्थानों पर पीपल्स मीटर अपने डिवाइस कन्नेक्टविटी के द्वारा घरों में मौजूद सेट टॉप बॉक्स से डायरेक्ट कनेक्ट हो जाता है . इस कारन केबल ऑपरेटर सभी उपभोक्ता को सेट टॉप बॉक्स लगाने की सलाह देते है .
- इस सेट टॉप बॉक्स की मदद से आसानी से टीआरपी का सही तरीके से मापा जाता है . पीपल्स मीटर के द्वारा उस एरिया के सभी सेट टॉप बॉक्स की जानकारी Monitoring Team INTAM यानी Indian Television Audience Measurement तक पहुँचता है . और फिर विश्लेषण करने के- बाद तय करती है कि किस चैनल या प्रोग्राम की टीआरपी कितनी है. एक दर्शक के द्वारा फिर इस डाटा को 30 से गुना करके प्रोग्राम का एवरेज रिकॉर्ड निकाला जाता है.